आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, Dard Bhari Shayari का सबसे बेहतरीन कलेक्शन। यहाँ आपको मिलेंगी New & Latest Dard Bhari Shayari, Heart Touching Dard Shayari, 2 Line Dard Bhari Shayari, दिल टूट सबसे दर्द भरी शायरी और जिंदगी की दर्द भरी शायरी, जिन्हें आप कॉपी करके अपने Instagram, WhatsApp और Facebook स्टेटस पर लगा कर शेयर कर सकते हैं।
ज़िंदगी में कभी न कभी ऐसा वक्त ज़रूर आता है जब दर्द शब्दों में कहना मुश्किल होता। ऐसे में Dard Bhari Shayari आपके दिल की गहराई को खूबसूरती से व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। चाहे मोहब्बत में दिल टूटने का दर्द हो, किसी अपने को खोने का ग़म हो या ज़िंदगी की मुश्किलों का एहसास, यहाँ आपको हर अहसास के लिए Dard Bhari Shayari मिलेगी, जो आपके जज़्बात को और भी गहराई से पेश करेगी।
Dard Bhari Shayari

बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी,
ज़ख़्म का कोई निशान नहीं,
और दर्द की कोई इंतहा नहीं।
ज़ख़्म आज भी ताज़ा है,
पर वो निशान चला गया,
मोहब्बत आज भी बेपनाह है,
पर वो इंसान चला गया।
तेरे जाने से दिल का हाल ऐसा हो गया,
हर आहट पर मुझे बस तेरा ख़्याल हो गया।

तेरी यादों में हर लम्हा खोया रहता हूँ,
तेरे बिना मैं हर वक़्त रोया रहता हूँ।
तेरी यादों ने मुझे इस कदर पागल कर दिया,
अब हर वक़्त तेरा ही ख़्याल दिल में बसा लिया।
चाहत का दर्द अब कुछ यूँ सताने लगा है,
तेरी यादों में हर वक़्त ये दिल डूबने लगा है।

कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे,
अचानक ही शुरू हुई
और बिना बताए ही ख़त्म।
उसको किसी और के साथ ख़ुश देख लिया,
दुख तो बहुत हुआ… पर वो ख़ुश थी।
रात भर इंतज़ार किया उसके जवाब का,
सुबह एहसास हुआ,
जवाब न आना भी तो एक जवाब है।
दिल टूट सबसे दर्द भरी शायरी

ज़िन्दगी है नादान, इसलिए चुप हूँ,
दर्द ही दर्द सुबह-शाम, इसलिए चुप हूँ,
कह दूँ ज़माने से दास्तान अपनी,
उसमें आएगा तेरा नाम, इसलिए चुप हूँ।
सोचा ही नहीं था, ज़िन्दगी में ऐसे भी फ़साने होंगे,
रोना भी ज़रूरी होगा, और आँसू भी छुपाने होंगे।
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी है, शोर भी है,
तूने देखा ही नहीं,
आँखों में कुछ और भी है।

तेरे बिना ये दिल तन्हा-सा लगता है,
हर याद तुझे पास बुलाने को तरसता है।
तेरी यादों का दिया जलाए बैठे हैं,
तू आएगा इस उम्मीद में आँसू छुपाए बैठे हैं।
आँखों में अश्क, दिल में तेरी यादें बसी हैं,
हर लम्हा तुझसे मिलने की चाहत जगी है।

यादें तेरी मुझे हर रोज़ तड़पाती हैं,
ये तनहाइयाँ अब मेरी साथी बन जाती हैं।
रात भर तेरा इंतज़ार किया है मैंने,
सुबह होते ही तुझे खो दिया मैंने।
मैंने उसको पाने की चाहत में
उसे इतना तड़पाया… इतना तड़पाया,
कि आज उसे हमेशा के लिए खो दिया।
जिंदगी की दर्द भरी शायरी

तेरे होकर भी तेरे न हो पाए,
देख… कितने बदनसीब हैं हम।
ख़ुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगी,
प्यार की मोहताज है मेरी ज़िन्दगी,
हँस लेता हूँ लोगों को दिखाने के लिए,
वरना दर्द की किताब है मेरी ज़िन्दगी।
ख़ुशियों का न मुझे मर्ज़ दो,
दर्द पसंद है मुझे दर्द दो।

मैं अंधेरों में हरगिज़ न रहता,
मुझे धोखा दिया है उजालों ने।
दिल में दर्द था इतना, कि बयाँ न कर सके,
तू दूर था… और हम पास न आ सके।
आदत बदल-सी गई है अब वक़्त काटने की,
हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बाँटने की।

नब्ज़ क्या खाक बोलेगी,
जो दिल पर गुज़री है… सिर्फ़ दिल जानता है।
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे ग़म से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्कुरा न सकोगे।
मैं सिर्फ़ उसको देख लेता हूँ तो रो देता हूँ,
डर है कि किसी और के साथ देख लिया तो
मेरा क्या होगा।
दर्द शायरी दो लाइन

तुम क्या जानो… मैं खुद से शर्मिंदा हूँ,
छूट गया है साथ तुम्हारा, फिर भी जिंदा हूँ।
मुश्किल नहीं… मेरा फिर से पहले जैसा हो पाना,
खुद को बहुत पीछे छोड़ आया हूँ।
मैं अगर सब जैसा होता,
तो यक़ीन मानो इतना परेशान नहीं होता।

एक आँसू भी गिरता है तो लोग हज़ार सवाल पूछते हैं,
ऐ बचपन, लौट आ… मुझे खुलकर रोना है।
जो चोट ज़िन्दगी देती है,
उस नासूर की दवा क्या है,
इतनी सज़ा दी मेरे मौला,
आख़िर मेरी ख़ता क्या है।
शिकवा करूँ भी तो किससे?
दर्द भी मेरा… और
दर्द देने वाला भी मेरा।

दिल टूटा है मेरा और ख़्वाब बिखर गए,
दर्द मिला इतना कि ज़ख्मों से हम निखर गए।
हम वो कश्ती हैं जिसका कोई किनारा न हुआ,
हम सबके हुए मगर कोई हमारा न हुआ।
तन्हाई में भी एक भीड़-सी होती है,
जब दिल में बस उसकी ही तस्वीर होती है।
किसी की याद में दर्द भरी शायरी
ऐ ख़ुदा… उम्र चाहे मेरी कम लिखना,
पर जितनी लिखना, उसके साथ लिखना।
दिल छोड़कर और कुछ माँगा करो हमसे,
हम टूटी हुई चीज़ का तोहफ़ा नहीं देते।
मैं अब कैसी भी ज़िद नहीं करता किसी से,
मैं जानता हूँ मेरी अहमियत कम हो गई है।
आज फिर दम घुटने लगा,
ना जाने किसने गले लगाया होगा उसे।
सोचूँ तो सारी उम्र मोहब्बत में कट गई,
देखूँ तो एक शख़्स भी मेरा न हुआ।
अपना सबकुछ दाँव पर लगाकर,
हम उस शख़्स से हारते चले गए।
मुझे क़बूल है हर दर्द, हर तकलीफ़ तेरी चाहत में,
सिर्फ़ इतना बता दे – क्या तुझे मेरी मोहब्बत क़बूल है?
हर रात तुझसे मिलने का सपना देखा करता हूँ,
तेरी यादों में ही अब ज़िंदा रहा करता हूँ।
तेरी यादों को पसंद आ गई मेरी आँखों की नमी,
अब हँसता हूँ तो रुला देती है तेरी कमी।
छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी
अब तेरा नाम ही काफ़ी है,
मेरा दिल दुखाने के लिए।
पल-पल का इंतज़ार हमें बेहाल कर देता है,
पता नहीं, तुम्हें कब फ़ुरसत मिलेगी हमें याद करने की।
माँगा था थोड़ा-सा उजाला ज़िन्दगी में,
पर चाहने वालों ने तो आग ही लगा दी।
समझ में कुछ नहीं आता मोहब्बत किसे कहते हैं,
मगर इतना जानता हूँ कि कहीं पर दर्द उठता है।
दिल परेशान रहता है उनके लिए,
हम कुछ नहीं हैं जिनके लिए।
ना जाने कैसे इम्तिहान ले रही है,
ज़िन्दगी आजकल,
मुक़द्दर, मोहब्बत और दोस्त तीनों नाराज़ रहते हैं।
मोहब्बत का क़ानून अलग है,
यहाँ की अदालत में हमेशा
वफ़ादार को ही सज़ा मिलती है।
दिमाग़ पर ज़ोर लगाकर गिनते हो ग़लतियाँ मेरी,
कभी दिल पर हाथ रखकर पूछना,
क़सूर किसका था?
बिना आवाज़ के रोना,
रोने से भी ज़्यादा दर्द देता है।
रिश्तों की दर्द भरी शायरी
आँखें बहुत कुछ कहती हैं,
बस कोई समझता ही नहीं।
दर्द को मुस्कुराकर
सहना क्या सीख लिया,
सबने समझ लिया कि
मुझे तकलीफ़ नहीं होती।
हमें नहीं आता अपने दर्द का दिखावा करना,
अकेले रोते हैं… और सो जाते हैं।
मुस्कुरा रहे हो तो अच्छा है,
मुस्कुराना पड़ रहा है तो मसला है।
मैं ढूँढता हूँ खुद में… खुद ही को,
शायद मैं वो नहीं जो हुआ करता था।
अंदर के हादसों पर किसी की नज़र नहीं,
हम मर चुके हैं… और हमें इसकी ख़बर नहीं।
कभी बेपनाह बरसी… तो कभी गुम-सी है,
ये बारिश भी कुछ-कुछ तुम-सी है।
बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूटकर चाहता है,
और कोई किसी को चाहकर टूट जाता है।
तू नहीं है मगर तेरी यादें साथ हैं,
सिर्फ़ तेरे बिना ही मेरी सारी रातें हैं।
लड़कों की शायरी दर्द भरी
तेरे बग़ैर ये दिल कब तक ज़िंदा रहेगा,
तेरी यादों में खोकर ही अब ये सुकून पाएगा।
बिछड़ कर तुझसे अब हाल हमारा ऐसा है,
दिल रो रहा है… और चेहरा हँसने को मजबूर है।
उनके बिना रहना तो सीख गए,
मगर खुश रहना भूल गए।
दिल तो था ही नहीं मेरे पास,
जो टूटा… वो भरोसा था।
वो दर्द बहुत गहराई तक चोट पहुँचाता है,
जो आँखों से आँसू बनकर बाहर भी न आ सके।
सौ दर्द छुपे हैं सीने में,
मगर अलग ही मज़ा है हँस कर जीने में।
काश कोई ऐसा हो जो गले लगाकर कहे,
“तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ़ होती है।”
हिचकियाँ आएं तो पानी पी लेना,
कोई याद कर रहा है ये वाला वहम मत पालना।
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